Tap to Read ➤
आईआईटी की परीक्षा भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है और सभी IITians को इससे होकर गुजरना होता है।
आईआईटी से बीटेक के दौरान उम्मीदवार को कई प्रोग्राम्स में अपना बेस्ट परफ़ोर्मेंस देना होता है जो धैर्य संयम के बिना संभव नहीं है।
एक आईआईटीयन के अंदर सबसे बड़ा गुण उसकी निरंतर सीखने की क्षमता है, यही उसे हर समस्या का समाना करने का साहस देती है।
IITians किसी भी समस्या को चुनौती के रूप में स्वीकार करते हैं जिससे उनके भीतर एक प्रॉब्लम सॉलविंग स्किल का विकास होता जाता है |
प्रत्येक आईआईटी छात्र में यह गुण प्रायः देखने को मिलता है लीडरशिप क्वालिटी ही उनसे ग्लोबल ऑर्गनाइजेशन्स में बढ़ने का सामर्थ्य देती है।
आईआईटी छात्रों के दिमाग में रिसर्च, इनोवेशन और खोज को लेकर एक अद्भुत ललक होती है और यही ललक नए प्रॉडक्ट्स के इजात का मूल है।
एक आईआईटीयन का दिमाग हमेशा कुछ निजी और अलग सोचने में समर्थ पाया जाता है यही कारण है कि नए स्टार्टअप की पहल अक्सर IITians करते हैं।
विनम्रता और बुद्धिमत्ता के चलते एक आईआईटीयन बड़ी आसानी से अपनी नेटवर्किंग को मजबूत बनाता है जो उसके कारियर ग्रोथ में सहायक है।
एक आईआईटीयन की विज्ञान में अभूतपूर्व श्रद्धा होती है और यही कारण है कि वह तमाम अंधविश्वासों और दुनियदारी से दूर रहता है
अपनी अनोखी बौद्धिक क्षमता और व्यवहार के बल पर एक आईआईटीयन का व्यक्तितत्व अलग से निखकर सामने आता है जो उसे दूसरों से अलग बनाता है।