बिजनेस क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए मजबूत शैक्षणिक आधार और व्यावहारिक कौशल दोनों महत्वपूर्ण हैं। BMS और BBA, दोनों ही स्नातक डिग्रियां हैं जो आपको बिजनेस करियर की दिशा में अग्रसर होने के लिए तैयार करती हैं।
पाठ्यक्रम और फोकस
BBA: व्यावहारिक, व्यवसाय के विभिन्न पहलुओं पर केंद्रित, जैसे मार्केटिंग, वित्त, लेखा, मानव संसाधन, संचालन।
BMS: सिद्धांत-आधारित, प्रबंधन अध्ययन के मूलभूत सिद्धांतों पर केंद्रित, जैसे संगठनात्मक व्यवहार, रणनीति, प्रबंधन विज्ञान।
BMS: प्रबंधन प्रशिक्षु, बिजनेस एनालिस्ट, मानव संसाधन सहायक, MBA के लिए मजबूत आधार।
शिक्षण शैली
BBA: केस स्टडी, प्रोजेक्ट, सिमुलेशन, व्यावहारिक अनुभव पर जोर।
BMS: व्याख्यान, रीडिंग, असाइनमेंट, सैद्धांतिक समझ पर जोर।
अवधि
BBA: आमतौर पर 3 साल का स्नातक कार्यक्रम।
BMS: आमतौर पर 3 साल का स्नातक कार्यक्रम।
निष्कर्ष
BBA: यदि आप जल्दी काम शुरू करना चाहते हैं और व्यावहारिक कौशल चाहते हैं।
BMS: यदि आप मजबूत सिद्धांतों, विश्लेषणात्मक सोच और MBA करना चाहते हैं।
प्रवेश परीक्षाएँ
BBA: Common Entrance Test - CET, कुछ विश्वविद्यालय मेरिट-आधारित प्रवेश भी प्रदान करते हैं। कुछ लोकप्रिय CET में UPCAT, IPMAT, CUET शामिल हैं।
BMS: प्रवेश आमतौर पर मेरिट-आधारित होता है, 12वीं कक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर। कुछ विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा भी आयोजित करते हैं।
कॉलेज
BBA: IIMs, FMS, दिल्ली विश्वविद्यालय, NMIMS, सिविल लाइन्स, दिल्ली में शिवाजी कॉलेज, सेंट जेवियर्स कॉलेज, मुंबई
BMS: दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (DSE), शहीद भगत सिंह कॉलेज (DU), जामिया मिल्लिया इस्लामिया (JMI), नरसी मोनजी कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स (NMCC), मुंबई विश्वविद्यालय