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CBSE vs ICSE: अंतर समझें

भारत में शिक्षा के क्षेत्र में दो प्रमुख बोर्ड हैं - CBSE और ICSE। दोनों बोर्ड अपने-अपने approach और पाठ्यक्रम के साथ शिक्षा प्रदान करते हैं। यहां हम इन दोनों के बीच के अंतर और उनके लाभों पर चर्चा करेंगे।
Created by potrace 1.15, written by Peter Selinger 2001-2017
CBSE
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  • पाठ्यक्रम: NCERT के अनुसार
  • भाषा: मुख्यतः हिंदी और अंग्रेजी
  • फोकस: Science और maths पर विशेष जोर
CBSE vs ICSE
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ICSE
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  • पाठ्यक्रम: CISCE के अनुसार
  • भाषा: मुख्यतः अंग्रेजी
  • फोकस: Comprehensive अध्ययन
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CBSE के लाभ
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  • राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता: CBSE की डिग्री पूरे भारत में मान्यता प्राप्त है।
  • परीक्षाओं में मदद: JEE, NEET जैसी राष्ट्रीय प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बेहतर तैयारी।
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ICSE के लाभ
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  • अंग्रेजी: अंग्रेजी भाषा में बेहतर पकड़ और संचार कौशल।
  • Comprehensive अध्ययन: Science, arts और commerce के व्यापक अध्ययन के साथ समग्र विकास।
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ट्यूटर और स्कूलों की उपलब्धता
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  • CBSE: CBSE स्कूल किसी भी राज्य में आसानी से मिल जाते हैं।
  • ICSE: दिल्ली में ICSE स्कूल कम हैं, इसलिए ट्यूटर मिलना मुश्किल है, जबकि मुंबई, बैंगलोर और कोलकाता में ICSE स्कूलों की संख्या अधिक है।
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दोनों बोर्ड अपने-अपने लाभों के साथ उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान करते हैं। CBSE जहां विज्ञान और गणित पर जोर देता है, वहीं ICSE व्यापक और समग्र अध्ययन पर ध्यान केंद्रित करता है। छात्रों को अपने लक्ष्यों के अनुसार बोर्ड का चयन करना चाहिए।
दोनों में अंतर समझें