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नालंदा यूनिवर्सिटी का नया परिसर: 5 बातें जो आपको जानना ज़रूरी है

19 जून, 2024 को भारत के प्रधानमंत्री ने नालंदा यूनिवर्सिटी के नए परिसर का उद्घाटन किया। यह निर्णय प्राचीन शैक्षणिक संस्थान को पुनर्स्थापित करने के लिए लिया गया था जिसे दुनिया की पहली रेजिडेंशियल यूनिवर्सिटी माना जाता है।
दुनिया की सबसे बड़ी लाइब्रेरी
नालंदा यूनिवर्सिटी में 3,000 से अधिक पुस्तकों और पांडुलिपियों के साथ दुनिया की सबसे बड़ी लाइब्रेरी है।
अंतर्राष्ट्रीय स्कॉलरशिप्स
नालंदा यूनिवर्सिटी ने अपने पोस्ट-ग्रेजुएट प्रोग्रामों के लिए अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को स्कालरशिप का प्रस्ताव दिया है। ये स्कालरशिप विभिन्न देशों के छात्रों के लिए खुली हैं।
Nalanda University
वैश्विक सहयोग
नालंदा यूनिवर्सिटी ने वैश्विक सहयोग को सक्षम करते हुए MOUs के माध्यम से 17 देशों के साथ मिलकर इस यूनिवर्सिटी को उन्नत बनाने का संकल्प लिया है। यह पहल भारत की पूर्व की ओर देखने की नीति को पुनर्जीवित करने के लिए है।
प्राचीन संरचना के साथ संबंध
वाईस- चांसलर अभय कुमार सिंह ने इस बात पर प्रकाश डाला कि नयी यूनिवर्सिटी के कैंपस को ऐतिहासिक पहलुओं के साथ एकीकृत किया जाएगा, जिससे ऐतिहासिक तत्व जीवित रहेंगे।
नालंदा यूनिवर्सिटी में स्कूल
नालंदा यूनिवर्सिटी में 6 स्कूल शामिल हैं, जो बौद्ध अध्ययन, दर्शन और तुलनात्मक धर्म, ऐतिहासिक अध्ययन, पारिस्थितिकी और पर्यावरण अध्ययन, और सतत विकास और प्रबंधन हैं। ऐसा माना जाता है कि गणितज्ञ और शून्य के आविष्कारक आर्यभट्ट ने भी नालंदा में अध्ययन और अध्यापन किया था।